इसमें अति सामान्यीकरण के साथ-साथ साम्प्रदायिकता को लेकर निश्चिंत हो जाने का भी खतरा है.
2.
प्रदेश की छवि का यह अति सामान्यीकरण था मगर अब यह छवि कुछ ज्यादा ही जटिल हो गई है।
3.
मेरा आग्रह यह है, था भी, कि अति सामान्यीकरण और अति सरलीकरण के साथ-साथ सर्वनामों के अतिशय प्रयोग से बच कर बात को सीधे-सीधे कहा जाना चाहि ए.
4.
इस तरह के अति सामान्यीकरण की जो रवायत हमारे यहा चलायी जा रहीं है वह बडी खतरनाक है, बहस करते समय इस तरह के अति सामान्यीकरण से बचा जाना चाहिये।
5.
इस तरह के अति सामान्यीकरण की जो रवायत हमारे यहा चलायी जा रहीं है वह बडी खतरनाक है, बहस करते समय इस तरह के अति सामान्यीकरण से बचा जाना चाहिये।
6.
इस तरह के अति सामान्यीकरण की जो रवायत हमारे यहा चलायी जा रहीं है वह बडी खतरनाक है, बहस करते समय इस तरह के अति सामान्यीकरण से बचा जाना चाहिये।
7.
इस तरह के अति सामान्यीकरण की जो रवायत हमारे यहा चलायी जा रहीं है वह बडी खतरनाक है, बहस करते समय इस तरह के अति सामान्यीकरण से बचा जाना चाहिये।
8.
लेकिन, क्या हमारी पत्र पत्रिकाओं में कविता के नाम पर जो छप रहा है, उसमें से अधिकांश को कविता कहा जाना ठीक होगा? मैं जानता हूं कि मेरा यह सवाल अति सामान्यीकरण का शिकार है.